Friday 15 March 2019

"रंग दे बसंती" का एवं "एक और मोहरा" मंचन 15 और 16 मार्च' 2019 को पटना में

*भगत सिंह इस बार न लेना काया भारतवासी की!
 देशभक्ति के लिए आज भी सज़ा मिलेगी फाँसी की!*

भ्रष्ट हो चुकी  राजनीतिक व्यवस्था के विरुद्ध लड़ते हुए या व्यवस्था की वजह से शहीद हुए समस्त वीरों को समर्पित!






जन विकल्प, सीतामढ़ी के दो दिवसीय इस प्रथम आयोजन *रंग दे बसंती* के अंतर्गत रंग मार्च, पटना मृत्युंजय शर्मा लिखित नाटक ‘एक और मोहरा’ का दो दिवसीय मंचन राजन कुमार सिंह के निर्देशन में आज दिनांक 15 एवं 16 मार्च, 2019 को कालिदास रंगालय, पटना में करेगी।

नाटक का मूल अपने बच्चों को अच्छे यूनिर्वसिटी में पढ़ा-लिखाकर कॉरपोरेट या सरकारी नौकरियों के लिए तैयार करने वाला बुद्धिजीवी तबके का पोल खोलती है, जो मुहल्ले के बेरोजगार युवकों में भगत सिंह की तलाश कर रहा है...

*क्रांति सिद्धांत नहीं व्यवहार है!*
नाटक देखने हेतु कोई जा सकते हैं। खुला आमंत्रण है।
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जन-विकल्प, सीतामढ़ी द्वारा अमर शहीद भगत सिंह को समर्पित दो दिवसीय आयोजन रंग दे बसंती में आज स्थानीय कालिदास रंगालय में रंग मार्च, पटना के कलाकारों ने मृत्युंजय शर्मा द्वारा लिखित नाटक एक और मोहरा का मंचन युवा निर्देशक राजन कुमार सिंह के निर्देशन में किया। यह आयोजन पुलवामा में शहीद हुए जवानों को समर्पित किया गया।

कथासार - यह  नाटक आज के समकालीन परिवेश में भगत सिंह की तलाश युवाओं में करती है। उनके सपने, जज्बात, इच्छाएं दुनिया की बनाई गई सामाजिक- राजनीतिक व्यवस्था में झुलसने को अभिशप्त है। आज मठ में तब्दील हो चुके विभिन्न संगठनों में युवाओं को मोहरे की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।

आज युवा निकल पड़े सड़कों पर तो राजनीतिकों के हथियार, घरों में बंद तो रूढ़िवादिता के शिकार ! इस नाटक में एक युवा रोहित की जीवन यात्रा दिखाई गई है। वो जे.एन. यु. से पढ़ाई करने के बाद एक संगठन से जुड़ता है और वहाँ अंततः उसे एहसास होता है कि एक मोहरे के सिवा वो कुछ नहीं है। भगत सिंह की शहादत व्यर्थ नहीं गई, लेकिन अब आत्मविश्वास के साथ खुद जिम्मेदारी लेने का वक़्त है।

   नाटक - *एक और मोहरा* (हिंदी)

आलेख/संगीत - *मृत्युंजय शर्मा*
प्रकाश परिकल्पना/निर्देशन - *राजन कुमार सिंह*
*अभिनेतागण* - राज पटेल, प्रग्यांशु शेखर, रौशन कुमार केशरी, सोनू कुमार, श्रेया शर्मा, पंकज सिंह, रवि पांडेय, गौतम कुमार, सृष्टि शर्मा एवं समीर रंजन।
वेश-भूषा - *सरिता कुमारी*
रूप-सज्जा/नृत्य संयोजन- *नूपुर चक्रवर्ती*
पात्र सामग्री- *सैफ अली अरशद* एवं रंगमार्च टीम।
प्रस्तुति नियंत्रक- *दीपांकर शर्मा,हृतिक राज*
कला निर्देशन-अनुप्रिया मंजीत।

प्रस्तुति प्रभारी- *अरुण कुमार श्रीवास्तव,दीनानाथ पाठक*
आयोजन- *रंग दे बसंती*
*(जन-विकल्प, सीतामढ़ी)*
प्रस्तुति- *रंग मार्च, पटना*
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सूचना स्रोत - राजन कुमार सिंह 



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